तीन साल की उम्र में तेजाब में फेंका गया. आंखें चली गईं और शरीर बुरी तरह झुलस गया. लेकिन ये दर्दनाक घटना इस मासूम के जज्बे को न तोड़ सकी. यही कारण है कि अब जब ये बच्ची 15 साल की हुई तो 10वीं क्लास में स्कूल टॉप कर दिया. हम बात कर रहे हैं ‘काफी’ की, जिसने चंडीगढ़ के ब्लाइंड स्कूल में दसवीं क्लास में स्कूल टॉप किया है. दरअसल, काफी एक एसिड सर्वाइवर है और जब वह महज तीन साल की थी, तब हिसार के गांव बुढ़ाना में पड़ोस में रहने वाले तीन युवकों ने जलन के चलते काफी पर तेजाब फेंक दिया था.
इसके चलते वह नेत्रहीन हो गई और उसका पूरा मुंह व बाजू बुरी तरह से झुलस गए, लेकिन काफी ने हार नहीं मानी. आज काफी के घरवाले और पूरा स्कूल उसकी इस उपलब्धि पर गौरवान्वित महसूस कर रहा है. काफी के दसवीं में 95.20 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. वह आईएएस अधिकारी बनना चाहती है.
