बस्ती जिले की एंटी करप्शन टीम ने भू लेख कार्यालय से संबद्ध लेखपाल अभिनव ओझा को 5 हजार घूस लेते रंगे हाथ अरेस्ट किया है, घूसखोर लेखपाल को अरेस्ट कर सदर कोतवाली ले जाया गया जहां पर उस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
आप को बता दें परेवा गांव के रतन मौर्य अपने पिता जगन्नाथ मौर्य का इलाज कराने के लिए सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था, इलाज के दौरान जगन्नाथ की मौत भी हो चुकी है, इलाज के दौरान पीड़ित ने चिकित्सा प्रतिपूर्ति की तीन फाइलें लगाई थी, लेकिन उन फाइलों पर बिना घूस के कोई कार्रवाई नहीं की गई, 10 हजार घूस न देने पर चिकित्सा प्रतिपूर्ति की फाइलों पर रिपोर्ट नहीं लगाई गई, महीनों तक दौड़ाया गया, आज कल आज कल का बहाना बना कर फाइलों को लटकाए रखा, पीड़ित ने बताया कि हमारे पिता जी की दवा विगत 9 महीने मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट अस्पताल में हुई, बीते अगस्त में चिकित्सा प्रतिपूर्ति की तीन फाइलें लेखपाल को दी गई, उसी बीच पिता जी की तबियत खराब हो गई और उनकी डेथ हो गई, उस के बाद जब इनसे संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा को फाइलों पर दस्तखत करवा देंगे, लेकिन उस के बाद इन्होंने 10 हजार की डिमांड की मैने इनको 5 हजार रुपए दिए लेकिन पैसा देने से एक सप्ताह पहले मैने एंटी करप्शन को इस की सूचना दे दी थी, जिसके बाद टीम ने घूस लेते लेखपाल को रेंज हाथ अरेस्ट किया।
