वृंदावन के सुप्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए देशभर से हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन वृंदावन पहुंचते हैं। रातभर जागकर श्रद्धालु सड़क किनारे खड़े होकर उनकी रात्रिकालीन पदयात्रा के दौरान दर्शन करने का इंतजार करते हैं। इतना ही नहीं सुबह जब संत प्रेमानंद श्रीराधा केलिकुंज से श्रीकृष्ण शरणम स्थित आवास पर लौटते हैं, तब भी हजारों श्रद्धालु उनके दर्शन को आतुर होते हैं और सड़क पर मौजूद रहते हैं।
संत के समीप तक पहुंच पाना श्रद्धालुओं के लिए मुमकिन नहीं होता क्योंकि उन्हें घेर कर उनके साथ उनके कई शिष्य अगल बगल चल रहे होते हैं। कई लोग उन्हें देखकर भावुक हो जाते हैं और उनके पास पहुंचने का प्रयास करते हैं। कई लोग उनके पैर छूने के लिए भी आतुर होते हैं। ऐसे ही संत प्रेमानंद के पैर छूने के प्रयास में शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे एक श्रद्धालु उनके पास जाता है। तभी संत की टोली में चल रहे एक साधु ने युवक को खींचकर इतनी जोर से धक्का मारा कि वह फुटपाथ पर जमीन पर जा गिरा।
