तुम्हारी शक़्ल जो ख़्वाबों में देख ली हमने
अजीब कैफ़ में काटी है ज़िन्दगी हमने
मुनासबत है अज़ल से तुम्हारे दामन से
तमाम उम्र इसी में गुज़ार दी हमने
तुम्हारा इश्क़ हमारे लिए बहुत कुछ है
तमाम उम्र इसी में गुज़ार दी हमने
वो और हैं जो तनाज़े की बात करते हैं
सदा से की है मोहब्बत की शायरी हमने
हसद की आग में जलना हमारा काम नहीं
मोहब्बतों में गुज़ारी है ज़िन्दगी हमने
अंधेरा फैला हुआ था समाज में हर सू
सुख़न से अपने बिखेरी है रौशनी हमने
हमारा नाम है नूरूस्सबाह ख़ान “सबा”
हमेशा रक्खी हवाओं से दोस्ती हमने
नूरूस्सबाह “सबा”
