यूपी के शाहजहांपुर में कुश्ती लड़ने के दौरान एक पहलवान ने दूसरे पहलवान को ऐसी पटखनी दी कि युवक दोबारा उठ नही सका। कुछ लोग उसको घसीटते हुए साइड में ले गए। कुश्ती लड़ने के दौरान के दो वीडियो सामने आए हैं। जिसमे कुश्ती की शुरूआत से लेकर मौत की आखिर पखटनी तक का मंजर दिख रहा है। एक पहलवान जमीन पर पड़ा है और दूसरा जश्न मना रहा है। गंभीर रूप से गायल युवक की 11वें दिन इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं मृतक के परिवार ने कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जिस पहलवान ने पटखनी दी है उस वीडियो को देखकर नही लग रहा कि वह फ्रेंडली लड़ रहा है। लग रहा कि कोई रंजिश निकाल रहा है। वहीं पुलिस का कहना है कि दोनो पहलवान एक दूसरे को चैलेंज करके कुश्ती लड़ रहे थे। ये महज एक एक्सीडेंट है। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।पीलीभीत जिले के थाना बिलसंडा क्षेत्र के गांव कल्याणपुर ताल्लुक बेहटी निवासी 38 साल के द्वारिका प्रसाद अपने साथियों के साथ नागपंचमी के दिन नौ अगस्त को शाहजहांपुर के थाना बंडा क्षेत्र के नभीची गांव में लगने वाला मेला देखने आया था। गांव के मेले में ही दंगल का आयोजन किया गया था। जिसमे तमाम पहलवानी करने वाले लोग अपनी ताकत दिखा रहे थे। इसी बीच द्वारका प्रसाद ने ताल ठोक दी। उनके सामने नभीची गांव का ही व्यक्ति लड़ने के लिए तैयार खड़ा था। कुश्ती के दौरान के दो वीडियो सामने आए हैं। एक वीडियो एक मिनट 33 सैकेंड और दूसरा 51 सैकेंड का है। जिसमे द्वारिका प्रसाद और गांव के दूसरे युवक ने एक दूसरे से कुश्ती लड़ना शुरू की। इसी बीच दोनो के बीच हुई कुश्ती के बाद दूसरे युवक ने द्वारका प्रसाद को पटखनी दे दी। पटखनी देते समय उसकी गर्दन भी टेढ़ी होती दिख रही है। जीतने वाला व्यक्ति जश्न मना रहा है और कुछ लोगों ने उसको कंधे पर बैठा लिया। जबकि पहलवान द्वारका प्रसाद घायल हालत में जमीन पर पड़ा रहा । कई लोगों ने उसको उठाने का प्रयास किया लेकिन वह हिला तक नही सका। फिर कुछ लोग उसको घसीटते हुए दंगल के किनारे लेकर गए। उसके बाद साथियों ने उसको अस्पताल भेजा। हालत गंभीर होने पर बरेली रेफर कर दिया गया। हालत में सुधार नही हुआ तो फिर पीलीभीत लेकर आए। जहां आज उसकी मौत हो गई। इस मामले में मृतक की पत्नी विद्यावति की तरफ से तहरीर दी गई है।
पोस्टमार्टम हाउस पर आए परिजनों ने बताया कि मेले में अवैध रूप से दंगल लगाया गया था। इस पर पुलिस ने कोई रोकथाम नही की थी। अगर वहां पर दंगल नही होता तो शायद द्वारिका प्रसाद जिंदा होता। उन्होंने कहा कि वीडियो में देखने से लग रहा है कि दोनो के बीच कुश्ती के पीछे रंजिश भी दिख रही है। लेकिन द्वारिका प्रसाद पीलीभीत का है। इसलिए कहे नही सकते कि रंजिश है या नही।
वहीं थाना प्रभारी बंड़ा ने बताया कि नौ अगस्त को मेले में घटना हुई थी। कुश्ती के दौरान द्वारिका प्रसाद को चोट आई थी। उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
