झांसी : बुंदेलखंड की जैन समाज सहित जन-जन की आस्था के केन्द्र झांसी महानगर के मेडिकल क्षेत्र स्थित भगवान महावीर करुणास्थली जैन मन्दिर से अष्टधातु की (सिद्ध परमेष्ठि व महावीर भगवान) मूर्तियां, सिंहासन , छत्र, पंचमेरू, अष्ट प्रातिहार्य सहित गुरुवार 15 अगस्त 2024 की रात्रि लगभग 1 बजे के आसपास चोरी हो गई हैं। जिसके बाद बुंदेलखंड की जैन समाज में काफी रोष व्याप्त हो गया है। धर्मस्थल में हुई चोरी की घटना से आहत हुई जैन समाज ने वरिष्ठ समाजसेवी डॉ संदीप सरावगी के नेतृत्व व सकल जैन समाज के अध्यक्ष अजित कुमार जैन की अध्यक्षता एवं भारत विकास परिषद् विवेकानंद शाखा के अध्यक्ष सौरभ जैन सर्वज्ञ के संयोजन में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री के नाम सैंकड़ों हस्ताक्षर युक्त संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय को सौंपा। ताकि शीघ्र अति शीघ्र अल्पसंख्यक जैन समाज अपने आस्था के प्रतीक श्रीजी के जिनबिम्ब (मूर्तियां), सिंहासन, छत्र, पंचमेरू, अष्ट प्रातिहार्य आदि प्राप्त कर भव्यता के साथ उन्हें मन्दिर जी में पुनः विराजमान कर पूजा अर्चना कर सकें।इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष समाजसेवी डॉ संदीप सरावगी ने कहा कि जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस महोत्सव मना रहा था तब हमारे नगर की जैन समाज अपने आराध्य प्रभु की मूर्ति के चोरी हो जाने पर दुःखी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया की जैसे हर बड़ी घटना का खुलासा 24 घंटे में हो रहा है वैसे ही चोरी की इस घटना जा पर्दाफाश हो। ज्ञापन देते समय जैन समाज के प्रतिनिधि सौरभ जैन सर्वज्ञ ने कहा कि जैन समुदाय को भारत के राजपत्र के द्वारा 27 जनवरी 2014 को अल्पसंख्यक अधिसूचित किया गया था। भारत के संविधान में अल्पसंख्यकों के लिए पृथक से संवैधानिक प्रावधान हैं, जिसके अंतर्गत प्रदेश सरकार का ये दायित्व है कि वह अल्पसंख्यक वर्ग के धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक स्थलों एवं धार्मिक अधिकारों की सुरक्षा संरक्षण प्रदान करने हेतू समुचित व्यवस्था करें। भगवान की मूर्ति चोरों को पकड़कर जल्द ही सलाखों के पीछे भेजा जाए।
