25 जुलाई को हत्या के प्रयास में हापुड न्यायालय से हुई थी सज़ा
छह साल की सज़ा मिलने के बाद हालत बिगड़ी
सरकारी हॉस्पिटल में हुई मौत
परिवार ने लगाया जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
गाजियाबाद। प्रदेश की सबसे हाईटेक जिला जेल डासना में पांच दिन पूर्व छह साल की सज़ा याफ्ता कैदी की अस्पताल में मौत के बाद जहां परिवार में कोहराम मच गया। वहीं परिजनों द्वारा जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए लापरवाही का आरोप लगाया है। लिहाजा जेल प्रशासन द्वारा मृतक कैदी के शव को मजिस्ट्रेट की देखरेख में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि पुराना बाजार हापुड़ निवासी 35 वर्षीय इमरान पुत्र अब्दुल खालिक को झगड़ा के विवाद में जहां हापुड़ न्यायालय द्वारा 6 साल की सजा हुई थी । वहीं 25 जुलाई 2024 को इमरान पुत्र खालिक को डासना की जेल में लाया गया था। 26 जुलाई 2024 को इमरान की हालत बिगड़ गई । जिसे जेल अस्पताल में इलाज कराया जा रहा था। परिजनों ने जेल प्रशासन पर गम्भीर अरोप लगाते हुए कहाकि जेल प्रशासन द्वारा इमरान का सही से इलाज नहीं कराया गया और लापरवाही बरती गई। जिस कारण से उनके पुत्र की मौत हुई है। जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 25 जुलाई 2024 को हापुड़ न्यायालय द्वारा 6 साल की सजा मिलने पर इमरान पुत्र अब्दुल खालिक को डासना की जिला जेल में लाया गया था। हालांकि इमरान को दौरे भी पड़ते थे। और हार्ट की बीमारी से भी ग्रस्त था। जिस कारण उसका इलाज जेल अस्पताल में चल रहा था। सोमवार की शाम को जब इमरान की हालत बिगड़ने लगी तो सोमवार को शाम करीब 4 से 5 बजे के बीच गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां बंदी रक्षको द्वारा रात 7:00 बजे बताया गया कि कैदी की इलाज के दौरान मौत हुई है। इस मामले में जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए परिवार को भी अवगत कराने का कार्य किया गया है। हालांकि मौत का स्पष्ट कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत थी पता चल पाएगा। फिलहाल प्रथम दृष्टि ऐसा प्रतीत होता है कि मृतक कैदी की मौत दौरे या हार्ट अटैक के कारण हुई है। पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की देखरेख में कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद कागजी कार्रवाई पूरी कर शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया जाएगा।

