भाजपा के ब्लॉक प्रमुख ने बीडीसी के फर्जी हस्ताक्षर कर पास किया 5 करोड़ का बजट, मानदेय में भी हुआ गबन,
डीएम कार्यालय पहुंचे बीडीसी, कार्रवाई न होने पर दी आंदोलन की चेतवनी
सीतापुर जनपद का पिसावां ब्लॉक घोटाले को लेकर हमेशा से चर्चा में रहा है। एक बार फिर क्षेत्र पंचायत की बैठक में हुए घोटाले की गूंज डीएम कार्यालय तक पहुंची है। करीब एक दर्जन क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए भाजपा के ब्लॉक प्रमुख मिथिलेश यादव पर ब्लॉक प्रशासन की मिली भगत से क्षेत्र पंचायत की बैठक में 34 बीडीसी सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर कर 5 करोड रुपए का बजट पास करने और बीडीसी के मानदेय में गबन करने का आरोप लगाया है। 15 दिन में कार्रवाई न होने पर क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने बड़ा आंदोलन करने का अल्टीमेटम दिया है। शिकायत के बाद ब्लॉक कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है।
सोमवार को क्षेत्र पंचायत सदस्य साधना वर्मा, बीना देवी, राधिका देवी, पवन कुमार, रिंकी देवी, अनुपम देवी और राम बेटी सहित करीब एक दर्जन क्षेत्र पंचायत सदस्य डीएम कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि 11 जुलाई को हुई क्षेत्र पंचायत सदस्यों की तिमाही बैठक का अधिकांश सदस्यों ने बहिष्कार किया था। करीब ढ़ाईं दर्जन सदस्य ही बैठक में पहुंचे थे। लेकिन ब्लॉक प्रमुख मिथिलेश यादव ने ब्लॉक प्रशासन की मिली भगत से अधिकांश सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर कर लिए और कागजों पर 76 सदस्यों की मौजूदगी का दावा किया। इन 76 लोगों में वह लोग भी शामिल दिखाए गये, जो पानीपत में मजदूरी कर रहे थे। क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने कहा कि मीटिंग हॉल में लगी सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित कराया जाए, ताकि जमीनी हकीकत का पता चल सके। इतना ही नहीं, प्रति बैठक क्षेत्र पंचायत सदस्य को एक हजार रुपए मानदेय मिलता है, उसमें भी बड़े स्तर पर गबन किया गया है। अगर जिलास्तरीय अधिकारी 15 दिन में मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे तो क्षेत्र पंचायत सदस्य बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे। डीएम अभिषेक आनंद ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।
