उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद बस्ती के अमहट घाट पहुंचे, जहां पर उन्होंने एक लाख मछलियों के बच्चों को नदी में छोड़ा, मीडिया से मुखातिब होते हुए सपा, बसपा और कांग्रेस पर जम कर निशाना साधते हुए कहा की मैने 100 पेज की किताब लिख कर पर्दाफाश किया है की पिछली सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों ने कितना सत्यानाश किया है मछुआरों का, 1931 से लेकर 1991 तक जब हम अनुसूचित जाति में थे तो लेदर मैन, वॉशर मैन, क्राफ्ट मैन तो सूची में आ गए लेकिन फिशर मैन कहां फिसल गए उस का पता नहीं चला जब हमने तलाश शुरू की और कोर्ट में गए तो दस्तावेज मांगा गया जब दस्तावेज की तलाश शुरू की गई तो एससी की जो पब्लिक फाइल थी वह गृह मंत्रयालय से गायब कर दी गई, उस समय के दो मंत्रियों के खिलाफ मैने मुकदमा दर्ज करा दिया, आज हमारी सरकार है मछुआ समाज के लिए हमारी सरकार पहल कर रही है, जिस तरह से धारा 370 हटी, राम मंदिर बनी, महिला आरक्षण हुआ, समय आने पर मछुआ समाज को भी उनका हक मिलेगा।
वहीं मंत्री डॉक्टर संजय निषाद ने बसपा सुप्रीमों मायावती द्वारा आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित करने के सवाल पर कहा की यह लोग घोर जातिवादी और परिवारवादी और कब्जावादी हैं जब सपा आती है तो हमारी जमीनों और नौकरी पर कब्जा जमाती है और जब बसपा आती है तो एसई एसटी लगती है सामाजिक न्यायिक रिपोर्ट कहती है की इनकी संख्या से 100 गुना ज्यादा नौकरियों पर कब्जा है, वहीं अपने दो बेटों के सांसद और विधायक के सवाल पर मंत्री ने कहा की हम अपने परिवार को कफन बांध कर आगे लाए हैं, जब हम रेल आंदोलन कर रहे थे तो हमारा एक भाई जो दूसरे का बेटा था मारा गया था, निषाद पार्टी आंदोलन की पार्टी है, दूसरे का बेटा शहीद न हो इस लिए अपने बेटा को आगे लगाया गया है।
